सोनभद्र live
अधिकतर ओभरलोड राखड की गाड़ियां हो रही जाम के कारण, कंपनियों की मनमानी से बिना काँटा सड़को पर सरपट दौड़ रही भारी वाहन
रेनुकूट ( सोनभद्र )
नेशनल हाईवे 39 पर आखिर इतना राखड आ कहा से रहा है और इतने ओभर लोड गाड़ियों का चक्कर क्या है तो आइये बताते है – दरसल एन.टी.पी.सी की मध्यारदेश और उत्तर प्रदेश दोनों के बाडर पर चार कंपनियां है, सिंगरौली, विंध्यनगर, शक्तिनगर और बिजपुर, जहाँ बिजली का उत्पादन होता है, और भरपूर मात्रा मे कोयले का प्रयोग होता है, और ये जो बिजली उत्पादन मे कोयला जलता है उसका राख बड़ी – बड़ी होम पाइप के द्वारा एक बड़े क्षेत्रफल के भू – भाग मे जमा होता है , जो एक बड़ा गढ्ढा मे पानी के नीचे बैठ जाता है, और सारा पानी उपर हो जाता है जिसे पुन्हा पानी को पाइप द्वारा वापस कंपनी में प्रयोग के लिए ले लिया जाता है और वही राखड गिला अवस्था मे बड़े बड़े वाहनो पर लोड होकर गंगा एक्सप्रेसवे के लिए प्रयोग के लिए बिना तौले लादकर भेज दिया जाता है।
जिसका तौल एक्सप्रेसवे अथार्टि द्वारा वहाँ पर पहुँचने पर किया जाता है, और जो तौल की पर्ची मिलती है उसी पर यहाँ कंपनियों द्वारा भुक्तान ट्रांसपोटरो को किया जाता है।
जिससे ये होता है कि गाड़ियां ओवर लोड होकर गीला राख लेकर चलती है और वहा पहुँचने तक उसपर लोड राखड ऐश सुख जाता है । अब जो माल गीली अवस्था मे 40 टन लोड होता है वो डिलवर स्थान पर पहुँचते ही लगभग 25 टन का हो जाता है। इसी लिए जिनको 40 टन राख डिलेवरी देना होता है वह गाड़िया लगभग 70 टन राख लोड करती है । इसलिए ये ओभर लोड गाड़ियां ज्यादा चल रही है और ओवर लोड होने के कारण इन पहाड़िया इलाकों में ये गाड़िया ब्रेक डाउन हो कर खड़ी हो जाती है और जाम का कारण बनती है ।
यदि ये कंपनियां अपने यहाँ ही लोड तौलने की मशीन लगाती तो सारी गाड़ियां हाइवे पर अंडर लोड चलती। जिससे रास्ते भर राखड भी नही गिरता मिलता और ना ही चढ़ाई न चढ़ पाने पर गाड़ी वालों द्वारा सड़क पर पर रख नही गिराया जाता ।
इस संदर्भ मे पिपरी क्षेत्राधिकारी अमित कुमार द्वारा कई बार इन कंपनियों से बात की गयी , ट्रक के ऊपर बराबर लोडिंग कर तिरपाल बांधकर चलने को हिदायत भी दी गयी ।
तो कुछ तो पालन कर रहे है मगर दूसरे को देखते ही पुन्ह उसी प्रकार चलने लगते है। क्षेत्राधिकारी अमित कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि
राखड़ की गाड़ियां जो फ्लाई ऐश खड़िया डाईक और एमपी के फ्लाई एश डाईक शाहपुर से निकलते हैं और NHAI गाजीपुर, प्रयागराज जाती हैं। साथ ही लैंको के बेलवादह राखड़ पॉन्ड से निकलते हैं और NHAI डाल्टनगंज जाती हैं।
यह सभी गाड़ियां बिना तौल किए जाती हैं । बहुत ज्यादा ओवरलोडिंग में जाती हैं तो इनको कांटा पर्ची लगाने के बाद व तौल करने के बाद ही ले जाने के लिए बार-बार अवगत कराया जा रहा है।
विगत एक माह से यह प्रयास किया जा रहा है कि फ्लाई ऐश की गाड़ियां तौल के बाद ही चलें ,
किंतु एनटीपीसी और थर्मल पावर कंपनियों द्वारा इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है जिसकी वजह से आए दिन रेणुकूट पिपरी में जाम की समस्या पैदा होती है। विगत दिनों पूर्व थाना शक्ति नगर चौकी क्षेत्र बीना एवं थाना अनपरा की पुलिस व परिवहन विभाग की संयुक्त कार्यवाही में राखड़ से लदी 5 गाड़ियों को अत्यधिक ओवरलोड होने के कारण सीज किया गया था ,जिसमे से दो गाड़ियां चौकी बीना क्षेत्र में सीज किया गया था और तीन गाड़ियां थाना अनपरा में सीज किया गया था।