संस्कार से ही नए संसार का होता है नवनिर्माण, राजयोंग के द्वारा क्रोध पर काफी हद तक किया जा सकता है नियंत्रण — ब्रम्हकुमारी
ब्यूरो रिपोर्ट सोनभद्र।
सोनभद्र/उत्तर प्रदेश। ब्रह्माकुमारी सेवा केन्द्र रॉबर्ट्सगंज का तीसरा स्थापना दिवस रॉबर्ट्सगंज जनपद सोनभद्र उत्तर प्रदेश में धूम धाम से मनाया गया। गौरतलब है कि मानव और मानवता में अध्यात्म द्वारा संतुलन स्थापित करके आदि सनातन संस्कृति की संकल्पना को साकार करने के लिए ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग संस्कार परिवर्तन की सीढ़ी है। संस्कार से ही नए संसार का नवनिर्माण होता है। ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र वास्तव में संस्कार केंद्र है। यहां प्रतिदिन ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग की नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है, जिससे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। उक्त बातें ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र प्रभारी बहन बी.के.सुमन ने कहा। दीप प्रज्वालित करते हुऎ राजेश कुमार उपजिलाधिकारी, डॉ अनुपमा, राहुल जिला प्रचारक आरएसएस सोनभद्र, पूर्वांचल मीडिया क्लब अध्यक्ष विवेक कुमार पाण्डेय, रविंद्र केशरी, विजय कनौडिया, अजित जायसवाल, सेवाकेंद्र इंचार्ज सुमन दीदी, डॉ. हरिन्द्र यादव, अवधेशधर दुबे आदि लोगों ने दीप प्रज्वलित किया। कार्यक्रम में पूर्वांचल मीडिया क्लब के अध्यक्ष विवेक कुमार पाण्डेय को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया
इस अवसर पर अपना उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए डॉ. अनुपमा सिंह, प्रख्यात महिला चिकित्सक रॉबर्ट्सगंज ने अपने संबोधन में कहा कि आध्यात्मिक शक्ति से आत्मबल का विकास होता है जिससे जीवन में मनोवांछित सफलता प्राप्त होती है।आध्यात्मिक ज्ञान से श्रेष्ठ कर्म करना सहज है। बी.के. सीता बहन ने सभी अतिथियों का मूल्ययुक्त शब्दो द्वारा स्वागत किया। बच्चों ने धर्मराज का दरबार नृत्यनाटिका प्रस्तुत करके कर्मों के जागरूक रहने का संदेश दिया। देव ने करमचंदसेठ, कु. दीप, कु. हर्षित यमदूत, आयुष्मान और वैभव सेठ के पुत्रगण, सेठ की पत्नी रिया, कु. रिद्धि ने ब्रह्मकुमारी के रूप में अभिनय करके सकारात्मक कर्म करने का संदेश दिया। राजेश कुमार सिंह उप जिलाधिकारी घोरावल ने अपना अनुभव सुनाते हुए कहा कि राजयोंग के द्वारा मैंने अपने क्रोध पर काफी हद तक नियंत्रण करने से प्रशासनिक कार्यों को करने में बहुत सहयोग प्राप्त हुआ। अब मैं पहले की अपेक्षा तनावमुक्त होकर कुशलतापूर्वक अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करता हूँ। बी.के. डॉ. हरिन्द्र यादव ने मंच का संचालन बहुत ही प्रभावशाली ढंग से किया सेवा केंद्र के वार्षिक उत्सवों पर केक काटकर खुशियों को सर्व के बीच बांटा गया।इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे बी के सरोज, कविता, दीप शिखा, अवधेश दुबे, गोपाल, डंगर, हरिशंकर, विवेक कुमार पाण्डेय, प्रभा बहन, राजीव शुक्ल ने विशेष योगदान दिया।