पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले से हिला पूरा देश। पत्रकार जगत में आक्रोश, पत्रकारों ने दी श्रद्धांजलि ।
बीजापुर में युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या और सोनभद्र में एक पत्रकार के साथ हुई धमकी की घटना ने इस बात को और उजागर किया है कि सच बोलने की कीमत कितनी भारी पड़ सकती है।
तहसील संवाददाता - वीरेंद्र कुमार
तहसील संवाददाता – वीरेंद्र कुमार
ओबरा / सोनभद्र -ओबरा में सोमवार को नगर के पत्रकारों ने गांधी मैदान में वरिष्ठ पत्रकार सतीश भाटिया के नेतृत्व में एकजुट होकर मृतक पत्रकार को श्रद्धांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन रखा। जिसके क्रम में वरिष्ठ पत्रकार सतीश भाटिया व भोला दुबे ने कहा यह केवल एक हत्या नहीं है बल्कि सच बोलने की आवाज को दबाने की कोशिश है। जब देश में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता की सुरक्षा की बात करना कितना उचित है।युवा पत्रकार अजीज सिंह ने भी इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। एक युवा पत्रकार ने कहा,हमारे देश में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने की जरूरत है। मुकेश चंद्राकर और सोनभद्र में हुए घटना ने हमें दिखा दिया है कि सच्चाई बोलने की कीमत कितनी भारी होती है। देश में पत्रकारों के सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए एक सख्त कानून बनाए जाने की मांग किया गया, जिससे देश में पत्रकारिता का स्तर अभी विश्व में सबसे गिरे हुए देश की सूची में है। 180 देशों की सूची में 161 स्थान पर भारत है। यह स्थिति दिन प्रतिदिन और बद से बदतर होती जाएगी। क्योंकि ईमानदारी से काम करने वाले लोगों को अंतत अपने प्राणों से हाथ धोना ही पड़ता है। इस दौरान शोक सभा में सुरेंद्र सिंह, सौरभ गोस्वामी,रंगेश सिंह,अजीत सिंह, कन्हैया केशरी, अरविन्द कुशवाहा, कुमधज चौधरी, शोएब खान,राजू जयसवाल ,कमाल अहमद, मुश्ताक अहमद, मुकेश भारती,अनिकेत श्रीवास्तव,विकाश कुमार,शिव प्रताप सिंह,राकेश केशरी, सन्तोष साहनी ,छात्र नेता अभिषेक अग्रहरी ,आनंद कुमार,मौजूद रहे।