24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का दीक्षा,नामकरण, पुंशवन, यज्ञोंपवित आदि संस्कारों के बीच भव्य भंडारा से पूर्णाहुति हुआ
विष अमृत जिला संवाददाता

दुद्धी /सोनभद्र -चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर विश्व को सन्मार्ग पर चलाने, मानव में देवत्व का उदय व धरती पर स्वर्ग का अवतरण की मंगल कामना के साथ चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वाधान में शनिवार को 24 यज्ञ कुंडी पर अपने अर्धांगिनी संग बैठे मुख्य जजमान सहित सुदूर क्षेत्रों से आए भक्तगणों ने नारियल, घी, आम की सविधा, औषधि युक्त जड़ी बूटियां से सुगंधित हवन सामग्री, रोली, पुष्प, कलावा के सानिध्य में गायत्री महामंत्र, महामृत्युंजय मंत्र आदि मंत्रोचारण के बीच हजारों भक्तों ने सुख संपत्ति, लोक कल्याण एवं विश्व शांति के लिए यज्ञ किया।
तत्पश्चात प्रज्ञा पुराण एवं मां गायत्री की आरती के बीच क्षमा प्रार्थना चार दिन यज्ञशाला में स्थापित मंगल कलश जल से अभिसिंचन भक्तगणो पर छिड़ककर किया गया। यज्ञ की पूर्णाहुति उपरांत व्यास पीठ पर बैठे मुख्य टोली नायक खेमचंद विशाल, सहायक विकास ब्रह्म भट्ट, गायक देवी प्रसाद, वादक शिवम वानप्रस्ती का आभार वन्दन जिला ट्रस्ट्री गायत्री परिवार शिव शंकर प्रसाद कुशवाहा, तहसील समन्वयक जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी, आयोजक मंडल समिति अध्यक्ष मोहन सिंह द्वारा किया गया। तदुपरांत भव्य भंडारे का महाप्रसाद ग्रहण किया गया। इस पावन पुनीत पल के साक्षी गायत्री परिवार ब्लॉक समन्वयक पन्नालाल कुशवाहा ,डॉक्टर रामनाथ प्रजापति, प्रेमचंद गुप्ता,जगत नारायण यादव, विजय कुमार, राजमणि देवी, बसंत कुमार, अजीत कुमार आदि आयोजक मंडल समिति के पदाधिकारी गण मौजूद रहे संचालन प्रज्ञा मंडल अध्यक्ष शिवकुमार द्वारा किया गया। अंत में टोली विदाई के वक्त भावुक हुए भक्तगण।