
चार पत्नी, पांच मकान, 9 संतान… गुजरात में ‘मिनी बांग्लादेश’ बसाने वाला लाला बिहारी कौन?
महमूद पठान उर्फ लाला बिहारी आखिर पुलिस ने राजस्थान के बांसवाडा से गिरफ्तार कर लिया है। चंडोला तालाब की एक लाख वर्ग मीटर से अधिक जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाकर काले धंधे का साम्राज्य खडा कर दिया था। पूछताछ में पता चला है कि उसकी चार पत्नियां पांच मकान सात बैंकों में खाते व नौ संतानें हैं ।
चंडोला तालाब पर अवैध तरीके से कब्जा करने वाला लाला पठान गिरफ्तार। (फाइल फोटो)
जेएनएन, अहमदाबाद। चंडोला तालाब की एक लाख वर्ग मीटर से अधिक जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाकर काले धंधे का साम्राज्य खडा कर देने वाले महमूद पठान उर्फ लाला बिहारी आखिर पुलिस ने राजस्थान के बांसवाडा में जा दबोचा। पूछताछ में पता चला है कि उसकी चार पत्नियां, पांच मकान, सात बैंकों में खाते व नौ संतानें हैं।
पठान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला कासगंज की पटियाली तहसील दरियावगंज थानाक्षेत्र के भरगेन गांव का रहने वाला है। अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अजीत राजियान ने बताया कि पुलिस को उसके राजस्थान के बांसवाडा में छिपे होने की सूचना मिली थी। वह राजस्थान से अपने उत्तर प्रदेश भागने की फिराक में था।
चंडोला के अलावा इन जगहों पर भी है उसका मकान
पुलिस ने मोटी झेर गांव पहुंचकर उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसकी चार पत्नियां हैं और अहमदाबाद में चंडोला के अलावा, चौकीदार बाबा की दरगाह, शाहआलम, अहमदाबाद शहर, नूर अहमद सोसायटी, दाणीलिमडा में उसका मकान है। उसने अपने काले धंधों से होने वाली कमाई को छिपाने के लिए सात बैंक खाते खुलवा रखे हैं। चार पत्नियों से उसके नौ बच्चे हैं। इनमें से वह दो बेटियों को मेडिकल की शिक्षा दिला रहा है।
2022 में पठान के खिलाफ हुई थीं कई शिकायतें
बताया जा रहा है कि वर्ष 2022 में राज्यपाल व मुख्यमंत्री को पठान के अवैध कारनामों व तालाब की जमीन पर कब्जा करने की शिकायत की गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री व राज्यपाल की ओर से कार्यवाही के निर्देश देने के बावजूद उसका बाल भी बांका नहीं हुआ। 2023 में अहमदाबाद पुलिस ने हत्या के प्रयास समेत अन्य आरोप में उसके खिलाफ दो एफआईआर भी दर्ज की थीं। पुलिस ने 29 अप्रैल को उसके इस अवैध साम्राज्य को ढहाकर सरकारी जमीन को मुक्त करा लिया। पुलिस ने महमूद पाठान के खिलाफ चोरी, धोखाधड़ी व भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं और इलेक्ट्रीसिटी एक्ट 138 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वर्ष 2003 में वह अहमदाबाद में आया और मजदूरी करता था।
चंडोला तालाब की जमीन पर कर लिया अवैध कब्जा
चंडोला तालाब की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर उसने धीरे-धीरे पूरे तालाब को निगल लिया। अवैध झोपड़े, कच्चे व पक्के मकान, गोदाम, पार्किंग आदि बनाकर उनको किराये पर देने के अलावा बांग्लादेश से मानव तस्करी कर अहमदाबाद में महिला-पुरुषों को लाकर उनसे मजदूरी कराने तथा महिलाओं से देह व्यापार कराने का धंधा कर वह गैरकानूनी धंधों का बादशाह बन गया था। बांग्लादेशी महिला-पुरुषों को सीमा पार कराने, उनके भारतीय नागरिक होने के दस्तावेज बनवाने के अलावा उनको अलग-अलग रोजगार दिलाकर मोटी रकम वसूलता था।
पिछले दिनों साम्राज्य को नेस्तनाबूद कर दिया गया
गत दिनों चंडोला तालाब में चले सबसे बडे अतिक्रमण विरोधी अभियान के चलते उसके इस साम्राज्य को नेस्तनाबूद कर दिया गया लेकिन वह इससे पहले ही फरार हो गया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पुलिस ने इलाके में छापेमारी की थी और अवैध रूप से चंडोला तालाब इलाके में रह रहे 150 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया था। पाटन में धरी गई दो बांग्लादेशी महिलाएं गुजरात के पाटन में पुलिस ने अपनी मूल नागरिकता छिपाकर और फर्जी दस्तावेज के जरिये आधार कार्ड बनवाकर 2022 से रह रहीं दो बांग्लादेशी महिलाओं को हिरासत में लिया है।
दोनों अपना नाम बदलकर रह रही थीं। इनकी पहचान 32 वर्षीय सुल्ताना और 37 वर्षीय ब्यूटी बेगम के रूप में हुई है। सुल्ताना ने गुजरात में दो बार शादी की है और दूसरी शादी का प्रमाण पत्र भी बनवा रखा है, जबकि वह बांग्लादेश में शादीशुदा और चार बच्चों की मां थी। जबकि ब्यूटी बेगम उर्फ रिया शाह से पूछताछ के दौरान उसका बांग्लादेश का जन्म प्रमाण पत्र मिला।