माँ आदिशक्ति के आह्वान के बाद ऐतिहासिक जुलूस, अस्त्र-शस्त्र पूजन के साथ महावीरी झंडे से पटा समूचा नगर
विष अमृत संवाददाता

दुद्धी/ सोनभद्र। चैत्र नवरात्र के प्रारंभ के साथ ही नगर में श्रद्धा और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा। रामनवमी का यह पर्व यहां एक विशेष अंदाज में मनाया जाता है, जहां आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण माँ आदिशक्ति की पूजा का तरीका भी अनूठा होता है।
अस्त्र-शस्त्र पूजन के बाद निकला अखाड़ों का जुलूस
चैत्र नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं ने अपने-अपने अस्त्र-शस्त्रों की विधिवत पूजा की। इसके बाद माँ काली, भद्रकाली आदि शक्तियों का आह्वान कर नगर स्थित मंदिरों में दर्शन किए। रात्रि 8 बजे परंपरा के अनुसार महावीर मंदिर केंद्रीय अखाड़ा समिति, रामनगर डीहबाबा अखाड़ा समिति, रामलीला अखाड़ा समिति, मल्देवा अखाड़ा समिति, बाबूगंज अखाड़ा समिति, डुमरडीहा अखाड़ा सहित अन्य अखाड़ों के सदस्य अस्त्र-शस्त्रों से लैस होकर संकटमोचन मंदिर पहुंचे।
युद्ध कौशल की शानदार प्रस्तुति
संकटमोचन मंदिर में सभी अखाड़ों ने महावीरी झंडे के नीचे एकत्र होकर अपनी युद्ध कलाओं का प्रदर्शन किया। जय बजरंग अखाड़ा समिति के अध्यक्ष पंकज जयसवाल ने बताया कि वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार चैत्र नवरात्र के पहले दिन दुद्धी के अखाड़े एक भव्य जुलूस निकालते हैं। इसमें तलवार, भाला, लाठी, डंडा सहित विभिन्न पारंपरिक युद्ध कलाओं का प्रदर्शन किया जाता है। इसके बाद सभी अखाड़े अपने-अपने स्थानों की ओर प्रस्थान करते हैं।
महावीरी झंडों से सजा नगर, हिंदू नववर्ष का भव्य स्वागत
रामनवमी की शुरुआत के साथ ही पूरा कस्बा महावीरी झंडों से पटा नजर आया। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने संकटमोचन मंदिर के पास दो हजार घी के दीप जलाकर हिंदू नववर्ष का भव्य स्वागत किया। श्रद्धालुओं के माथे पर तिलक लगाकर जय श्री राम के गगनभेदी उद्घोष के साथ कार्यक्रम को भव्य रूप दिया गया। वहीं युवा फाउंडेशन की ओर से पूरे नगर में महावीरी झंडे लगाए गए।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
नगर में आयोजित इस भव्य आयोजन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। क्षेत्राधिकारी दुद्धी प्रदीप सिंह चंदेल और प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई। इस मौके पर जय बजरंग अखाड़ा समिति के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रहरि,जय बजरंग अखाड़ा के सचिव दीपक शाह, सुरेंद्र अग्रहरी, दिनेश कुमार, रामलीला कमेटी के सचिव कमल कुमार कानू,पंकज अग्रहरि उर्फ बल्लू, प्रेम नारायण सिंह,मनीष जायसवाल,निरंजन जयसवाल गोरखनाथ अग्रहरी,अखड़ा के गुरु गोपाल चंद्रवंशी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।