वाराणसी में स्पा सेंटर्स की आड़ में फल-फूल रहा अनैतिक कार्य तरह-तरह के नशे का चल रहा है व्यापार प्रशासन है मौन
वाराणसी से अमित पाठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्पा सेंटर्स की आड़ में अनैतिक देह व्यापार का धंधा तेजी से पनप रहा है। धार्मिक नगरी काशी, जिसे बाबा विश्वनाथ की नगरी के रूप में जाना जाता है, वहां इस तरह के अवैध कारोबार का खुलेआम संचालित होना प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है।..
स्पा सेंटर्स के नाम पर देह व्यापार का धंधा
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, वाराणसी शहर में 50 से अधिक ऐसे स्पा सेंटर्स संचालित हो रहे हैं जहां खुले तौर पर देह व्यापार किया जा रहा है। सोनिया पुलिस चौकी, विद्यापीठ गली, मलदहिया (विनायक प्लाज़ा), हुकूलगंज, सुंदरपुर, भेलूपुर, चितईपुर, लंका, कैंट, सिगरा चौराहा जैसे क्षेत्रों में स्थित स्पा सेंटर्स में यह गतिविधियां धड़ल्ले से जारी हैं।
इनमें कुछ प्रमुख नाम शामिल हैं:
लेमन स्पा सेंटर
कलर चीप स्पा सेंटर
गोल्डन डोर स्पा सेंटर
स्थानीय लोगों की मानें तो इन सेंटर्स में ग्राहकों से 3000 से 5000 रुपये तक की राशि वसूली जाती है, जबकि कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों में रेट तय ही नहीं होता। यहां तक कि बड़े कारोबारी, स्थानीय व्यवसायी और समाज से जुड़े प्रतिष्ठित लोग भी नियमित रूप से इन स्पा सेंटर्स में आते हैं।
पुलिस की अनदेखी या संरक्षण?
इस गंभीर मसले पर सबसे अहम सवाल यह उठता है कि क्या अनैतिक देह व्यापार के लिए कोई कानूनी लाइसेंस मिल सकता है? इसका सीधा उत्तर ‘नहीं’ है। फिर भी इन स्पा सेंटर्स को किसकी अनुमति और संरक्षण प्राप्त है, यह प्रश्न अनुत्तरित है। क्षेत्रीय चौकी प्रभारी और थाना स्तर के अधिकारी इस पर मौन हैं। कभी-कभार औपचारिक पूछताछ या निरीक्षण तक नहीं किया जाता। और यदि निरीक्षण होता है तो यह कैसा निरीक्षण है की कभी शिक्षा केंद्र के सामने कोई नशे का अड्डा खुल सकता है या अनैतिक कार्य हो सकता है?